भारत में होने वाली G-20 समिट के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन उत्सुक
Joe Biden On G-20 Summit In India: अगले साल भारत में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन पर देश के साथ-साथ दुनिया की भी निगाहें टिकी हुई हैं. एक तरफ जहां देश में इसको लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं, तो वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी इस समिट के लिए उत्सुक दिख रहे हैं. उनकी उत्सुकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जी-20 समिट के लिए उन्होंने एक संदेश दिया है.
भारत की जी 20 की अध्यक्षता का कार्यकाल आधिकारिक तौर पर गुरुवार को शुरू हो गया. भारत में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए दिए संदेश में जो बाइडेन ने कहा कि जी20 की भारतीय अध्यक्षता के दौरान मेरे मित्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का समर्थन करने के लिए उत्सुक हूं. इसके साथ ही उन्होंने जयवायु, ऊर्जा और खाद्य संकट पर भी बात की और कहा कि अमेरिका और भारत जलवायु, ऊर्जा और खाद्य संकट जैसी चुनौतियों से निपटते हुए टिकाऊ और समावेशी विकास को आगे बढ़ाएंगे.
बाइडेन ने भारत को बताया मजबूत साझेदार
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत को अमेरिका का मजबूत साझेदार करार बताते हुए शुक्रवार, 2 दिसंबर 2022 को कहा कि भारत अमेरिका एक मजबूत भागीदार है और मैं भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान अपने मित्र प्रधान मंत्री मोदी का समर्थन करने के लिए उत्सुक हूं. ये बात उन्होंने ट्वीट करके कही है. प्रधान मंत्री मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के विषय से प्रेरित होकर एकता को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा. आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, महामारी को सबसे बड़ी चुनौतियों के रूप में सूचीबद्ध करेगा.
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India is a powerful companion of america, and I stay up for supporting my pal Prime Minister Modi throughout India’s G20 presidency.
Collectively we’ll advance sustainable and inclusive development whereas tackling shared challenges just like the local weather, vitality, and meals crises. https://t.co/EsTK9XdsCp pic.twitter.com/dTpBdiTJM0
— President Biden (@POTUS) December 2, 2022
पीएम मोदी ने जी-20 एजेंडे को बताया समावेशी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत का G20 एजेंडा समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई-उन्मुख और निर्णायक होगा. आइए हम भारत की G20 अध्यक्षता को चिकित्सा, सद्भाव और आशा की अध्यक्षता बनाने के लिए एक साथ जुड़ें. आइए हम एक नए मानव-केंद्रित वैश्वीकरण का प्रतिमान को आकार देने के लिए मिलकर काम करें.
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